सूचना
छात्रों के माता-पिता और अभिभावकों के लिए ध्यान देने योग्य बिन्दु
गुरु विरजानन्द गुरुकुल महाविद्यालय, करतारपुर के आगामी कार्यक्रम ।
1. त्रैमासिक परिक्षा - 15 सितम्बर से 26 सितम्बर तक ।
2. वार्षिकोत्सव कार्यक्रम 30 सितम्बर से 6 अक्टूबर तक होगा ।
3. दीपावली अवकाश- 28 अक्टूबर से 10 नवम्बर तक ।
उपरोक्त तिथियों के अनुसार अभिभावक और छात्र अपने टिकट बुक करें ।
धन्यवाद सहित
प्राचार्य
डॉ. उदयन आर्य
गुरु विरजानन्द गुरुकुल महाविद्यालय,
करतारपुर अन्य जानकारी के लिए आप कॉल कर सकते हैं।
सम्पर्क सूत्र - 98030-43271, 85448-78541 |
अध्यक्ष सन्देश
मातृवान् पितृवान् आचार्यवान् पुरुषोवेद अर्थात् बच्चे के तीन गुरु कहलाते है । पहली माता, दूसरा पिता, तीसरा आचार्य आधुनिक शिक्षा प्रणाली में इन तीनों ही गुरुओं का अभाव सा प्रतीत होता है । क्योंकि वर्तामान में न ही माता पिता के पास समय है और न ही योग्य आचार्यों का बच्चे के सर्वांगीण में योगदान है परन्तु वर्तमान में मूल्य परक, गुणवत्ता परक, आचार युक्त, राष्ट्र,- मातृ- पितृभक्ति परक शिक्षा से ही बच्चों का ही सर्वांगीण विकास सम्भव है और इसी प्रकार के कार्यों को क्रियान्वित करने हेतु ऋषि दयानन्द प्रणीत गुरुकुल परम्परा एक उत्तम विकल्प है |
Read More......
प्राचार्य सन्देश
संसार का उपकार करना इस समाज का मुख्य उद्देश है अर्थात् शारीरिक आत्मिक और सामाजिक उन्नति करना ऋषि दयानन्द द्वारा प्रणीत यह वाक्य वर्तमान में सभी शिक्षाविदों के लिए चिन्तनीय है क्या वर्तमान में इस प्रकार की शिक्षा प्रणाली उपलब्ध है । जो बच्चों का शारीरिक, आत्मिक एवं सामाजिक विकास करती हो । आज का युग विज्ञान युक्त बात को करता है परन्तु उसके अन्दर आत्मविश्वास का भी अभाव प्रतीत होता है । जिसके कारण वह युवा अन्धविश्वास का भी सहारा लेता है । आज का युवा बुद्धिमान तो है परन्तु शरीर से दुर्बल भी है । आज के युवा को अपनी उन्नति हेतु लाखों का धनलाभ तो मिलता है |
Read More......
आचार्य देवव्रत जी संदेश
गुरु विरजानन्द जी की जन्मभूमि में कार्यरत गुरु विरजानन्द गुरुकुल महाविद्यालय, करतारपुर निरंतर 50 वर्षों से संस्कृत अध्यापन में प्रवृत्त है। वर्तमान में भी लगभग 200 जितने विद्यार्थियों के पठन पाठन भोजन- आवास आदि की व्यवस्था की जा रही है। ऐसी व्यवस्था वन्दनीय है और समाज के लिए आशीर्वाद समान है।
वर्तमान समय में संस्कृत का अध्यापन अनिवार्य
Read More......
प्रों श्रीनिवास वरखेड़ी जी संदेश
महर्षेः दयानन्दसरस्वत्याः गुरुः गुरुविरजानन्दसरस्वत्या: जन्मस्थल्यां करतारपुरस्थः गुरुविरजानन्दगुरुकुलमहाविद्यालयः विगतेभ्यः नैकेभ्यः वर्षेभ्यः संस्कृतजगति कार्यं कुर्वन् वर्तते । इदं विज्ञाय अत्यन्तं प्रसन्नतामनुभवाम्यहं यत् गुरुकुलमहाविद्यालयस्यास्य नैकाः उत्तमोत्तमाः स्नातकाः संस्कृतजगति स्वीयां सेवां कुर्वाणाः वर्तन्ते ।
Read More......
Make a Misssed Call at
02261816131